Monday, December 28, 2009

लाफ़्टर के फटके लगाये सूरत में हास्य कवि अलबेला खत्री ने विद्यार्थियों के साथ

3 comments:

Kulwant Happy said...

फिलहाल आपको बधाई देता हूं, जी जल्द ही सुनूंगा इसको यूट्यूब पर...उस दिन फिर कुछ खास टिप्पणी के साथ मिलूंग़ा...
लगा रहे चौखट पर हँसी का मेला।
हंसता हंसाता रहे सबका खत्री अलबेला।

विनोद कुमार पांडेय said...

वाह..बहुत खूब ..एक दिन नही मिली तो रविवार समझ बैठे..वाह बहुत बढ़िया..शानदार प्रस्तुति..बहुत अच्छा लगा..बधाई अलबेला जी

Udan Tashtari said...

बहुत आनन्द आया सुन कर.


यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।

हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है.

मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.

निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।

एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाएँ और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।

आपका साधुवाद!!

शुभकामनाएँ!

समीर लाल
उड़न तश्तरी