Wednesday, October 28, 2009

हास्य कवि अलबेला खत्री की गर्जना - देश के लिये मरना बड़ी बात है लेकिन देश के लिये जीना उससे भी बड़ी बात है

सरकार ने आतंकवादी और नक्सलवादी पैदा किए जबकि हम ने राष्ट्रवादी पैदा किए........

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